एमजीएम अस्पताल के जुनियर डॉक्टर लौटे काम पर, सोमवार से फुल फेज में होगा काम 

 

जमशेदपुर : शुक्रवार सात दिनों के बाद महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल का ओपीडी खुला। इस दौरान सुबह से ही मरीजों की भारी भीड़ देखी गई। साथ ही पर्ची कटाने के लिए प्रशासनिक भवन में लंबी कतारें भी लगी रही। मगर कुछ ही देर बाद बारिश शुरू हुई और जो लगातार दोपहर के 1 बजे तक होते रही। जिसके कारण मरीजों की भीड़ कम हो गई। वहीं सुबह 9:30 बजे तक करीब 250 मरीज पहुंचे थे। जिसके बाद जोरदार बारिश होने के कारण अधिकांश मरीज नहीं पहुंच सके। ओपीडी में सबसे अधिक 107 मरीज मेडिसिन विभाग में पहुंचे थे। इसमें 70 प्रतिशत मरीज वायरल फीवर से ग्रस्त थे। इस संबंध में मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ बलराम झा ने बताया कि बरसात के मौसम में मच्छर जनित, दूषित खान-पान व बदलते मौसम के वजह से होने वाली बीमारियों से संबंधित मरीज पहुंचते हैं। इमरजेंसी व मेडिसिन वार्ड में भी इस तरह के मरीजों की संख्या अधिक है। जिससे स्थिति यह हो गई है कि मरीजों को भर्ती होने के लिए बेड तक नहीं मिल रहा है। ऐसे में मरीज के अटेंडरों ने बेड बढ़ाने की मांग की है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनके पास जितने बेड थे, उसके अनुसार बेडों की संख्या पूर्व में ही बढ़ा दी गई है और अब इसकी कोई गुंजाइश नहीं है।

 

काम पर वापस लौटे जूनियर डॉक्टर :-

जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने के बाद शुक्रवार से सभी ने ओपीडी में अपनी सेवाएं दी। साथ ही विभिन्न वार्डों में भी ड्यूटी किया। हालांकि एक-दो मरीजों का ही ऑपरेशन हो सका। इस दौरान जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि शुक्रवार को कुछ डॉक्टर छुट्टी पर होने के कारण ड्यूटी पर नहीं आ सकें और सोमवार से वे फुल फेज में ड्यूटी करेंगे। ऐसे में जितने मरीजों का आपरेशन वेटिंग में है, उसे जल्दी से जल्दी किया जाएगा। मालूम हो कि एमजीएम अस्पताल में जूनियर डॉक्टर 16 अगस्त से हड़ताल पर चले गए थे और गुरुवार की रात्रि उन्होंने अपना हड़ताल खत्म किया।

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